वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला, अपराधियों ने सरकारी ट्रक-जेसीबी लूटकर जंगल में मचाया तांडव
एक कर्मी व चालक लहूलुहान, प्रशासन की कार्रवाई पर उठे सवाल
जागता झारखंड संवाददाता बिशुनपुर प्रदीप कुमार साहू की रिपोर्ट : बिशुनपुर के जंगलों में अब कानून नहीं, अपराधियों का राज चलता नजर आ रहा है। अवैध बॉक्साइट खनन के खिलाफ कार्रवाई करने पहुँची वन विभाग की टीम पर सुनियोजित और जानलेवा हमला कर अपराधियों ने शासन की नाक के नीचे से पांच ट्रक बॉक्साइट और दो जेसीबी मशीनें लूट लीं। इस हमले में वन विभाग के कर्मी राजेंद्र उरांव और वाहन चालक राम महली गंभीर रूप से घायल हो गए। गुप्त सूचना पर लोहरदगा रेंज के हड़प जंगल क्षेत्र में डीएफओ के निर्देश पर फॉरेस्टर किशोर नंद कुमार और शेखर कुमार सिंह के नेतृत्व में 15 सदस्यीय टीम अवैध खनन स्थल पर पहुँची थी। टीम ने कार्रवाई करते हुए पांच ट्रक बॉक्साइट लोड वाहन और दो जेसीबी मशीन जब्त की और उन्हें मुख्यालय ले जाने की प्रक्रिया शुरू की।लेकिन जब टीम जब्त वाहनों को लेकर आगे बढ़ रही थी, तभी पहले से घात लगाए बैठे नकाबपोश हथियारबंद अपराधियों ने अचानक हमला बोल दिया। लाठी-डंडों से सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया। वनकर्मी राजेंद्र उरांव और चालक राम महली को बेरहमी से पीटकर घायल कर दिया गया। जान बचाने के लिए पूरी टीम को जंगल से पीछे हटना पड़ा, और इसी का फायदा उठाकर अपराधी सभी जब्त ट्रक और मशीनें छुड़ाकर फरार हो गए।
सवालों के घेरे में प्रशासन, मगर अफसर अलर्ट
इतनी बड़ी घटना के बाद पूरे जिले में खनन माफिया के खिलाफ हड़कंप मच गया है। डीएफओ लोहरदगा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट तलब किया है। वहीं फॉरेस्टर किशोर नंद कुमार ने साफ कहा है कि
हम लोग पूरी ईमानदारी से कानून के तहत अपना कर्तव्य निभा रहे थे। हमला पूरी तरह योजनाबद्ध था। इसके पीछे संगठित अवैध खनन गिरोह का हाथ है।
संगठित खनन माफिया का खुला खेल!
वन विभाग और पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह साफ हो गया है कि यह किसी एक-दो लोगों का नहीं, बल्कि एक बड़े संगठित खनन माफिया नेटवर्क का काम है। जंगल में लंबे समय से चल रहे इस अवैध कारोबार में कई प्रभावशाली लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
तीन नामजद, कई अज्ञात — पुलिस एक्शन में
घटना को लेकर बिशुनपुर थाना प्रभारी अर्जुन कुमार यादव के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। नामजद आरोपियों में —
गुड्डू साहू — ग्राम मेनाबगीचा
संदीप साहू — ग्राम सेरका चौक
शिवनाथ उरांव — ग्राम हड़प
शामिल हैं। इसके अलावा कई अज्ञात आरोपियों को भी अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस की कई टीमें छापेमारी में जुटी हुई हैं।
जनता में उबाल, अफसरों पर अब निर्णायक कार्रवाई का दबाव
घटना के बाद पूरे इलाके में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यदि अब भी खनन माफिया पर आर-पार की कार्रवाई नहीं हुई, तो जंगल पूरी तरह अपराधियों के कब्जे में चला जाएगा। जनता ने डीएफओ, एसपी और जिला प्रशासन से तत्काल अपराधियों की गिरफ्तारी, उनके नेटवर्क का पर्दाफाश और जब्त सामग्री की रिकवरी की मांग की है





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