जागता झारखंड संवाददाता रानीश्वर दुमका उप राजधानी दुमका के अन्तर्गत रानीश्वर प्रखंड के रंगालिया परिसर में स्थित सिंचाई जल पथ अवर प्रमंडल कार्यालय में संवेदक हरदेव कन्ट्राक्शन के कर्मचारियों द्वारा गिट्टी, बालू, सीमेंट और पक्की नहर निर्माण सामग्री अवैध रूप से जमा कर कार्यालय परिसर कब्जा करने का मामले ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस गंभीर अतिक्रमण और विभागीय अनियमितताओं के खिलाफ आजसू पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार राय ने कड़ा विरोध जताते हुए शनिवार को उपायुक्त को लिखा पत्र ।
स्थानिय किसानों के लिए जीवनदायिनी नहरें पिछले कुछ समय से खस्ताहाल हो चुकी हैं, जिससे सिंचाई जल की आपूर्ति बाधित हो रही है। बार-बार ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद विभागीय कर्मचारियों द्वारा कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। कई बार कार्यालय के ताले लगना और कर्मचारियों की गैरजिम्मेदारी से परेशान किसान अपने हक के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं।
सरकार के आदेशों के बावजूद रानीश्वर वितरणी नहर के पक्कीकरण कार्य में भारी गड़बड़ी देखी जा रही है। करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से जारी इस परियोजना में घटिया सामग्री का इस्तेमाल से नाराजगी फैल रही है। स्थानीय सूत्र बताते हैं कि संवेदक और विभाग के कर्मचारियों के बीच गहरी सांठगांठ के कारण यह हालात उत्पन्न हुए हैं।
कृषि क्षेत्र की इस महत्वपूर्ण सिंचाई व्यवस्था में चल रही लापरवाही से गांव-गांव के किसान भारी प्रभावित हो रहे हैं और हालात सुधर न पाने पर वे प्रशासन से शीघ्र जांच और समस्या समाधान की मांग कर रहे हैं। सिंचाई जल पथ अवर प्रमाडल रंगालिया में विभाग के कई वर्षो से कोई कार्यलय में कोई कर्मी नहीं रहते हैं, नहर की टूटने पर, कई बार किसानों की नुकसान पहुंचा, अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रही है, किसान जब कार्यलय पहुंचते हैं तो गेट पर ताला बंद रहता हैं , इस प्रकार के कई बार हो चूका है। कार्यालय के चारदीवारी के पीछे तरफ दिवाल तोड़कर रास्ता बना लिया।
इस घटना ने जिले में सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं और यह मामला स्थानीय मीडिया में भी अच्छे खासे जगह बना चुका है। श्री राय ने बताया कि कार्यलय को अवैध कब्जा ओर नहर की पक्की करण योजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे।


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