जागता झारखंड ब्यूरो चीफ गुमला : गुमला -गुमला उपायुक्त से रायडीह प्रखंड कार्यालय एवं अंचल कार्यालय परिसर में 2023-24 में हुई यूकोलिप्टस वृक्षों की नीलामी में राजस्व की हेरा-फेरी को लेकर उच्च स्तरीय जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर कुल 37 पृष्ठों का आवेदन पत्र सौंप कर दोषी कर्मियों निविदाकर्ता एवं पदाधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग रखी गई है।यहां बताते चलें कि अजय कुमार शर्मा ने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 से एकत्रित हुए कागजातों को उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के सुपुर्द कर आरोप लगाया गया है कि रायडीह प्रखंड सह अंचलाधिकारी द्वारा आम नीलामी में पूर्व के पदाधिकारियों द्वारा यूकोलिप्टस वृक्षों की कटाई बिक्री करने के लिए जो दिशा-निर्देश जारी किए गए उसकी अवहेलना तो की ही गयी और साथ ही आम नीलामी कर निविदाकर्ता एवं लकड़ी माफियाओं के मिलीभगत से राजस्व की चोरी का मामला प्राप्त सूचना अधिकार में अंचलाधिकारी द्वारा दिए गए अभिप्रमाणित कॉपी में धर्मकांटा पर्ची जो बनावटी कंप्यूटर से निकाल कर दी गई है उसमें ओरिजनल कांटा पर्ची के मिलान में वजन में काफी अंतर पाया गया है। वहीं आवेदन में कहा गया है कि वन प्रमंडल पदाधिकारी गुमला द्वारा केवल 10 वृक्षों की कटाई पश्चात सिर्फ मूल्यांकन किया गया था जबकि इसके आड़ में अंचलाधिकारी द्वारा और 36 यूकोलिप्टस वृक्षों को भी नीलामी कर दी गई साथ ही किलोग्राम में निविदा सूचना निकाली गई और यह आम नीलामी का भी किसी अखबार में प्रकाशित नहीं किया गया जबकि इस प्रक्रिया के लिए वन प्रमंडल विभाग से पत्राचार किया गया था एवं झारखंड फोरेस्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड रांची से आएं दिशा-निर्देशों का भी अनुपालन नहीं किया गया एवं जलावन की लकड़ियां 1 रूपए पच्चास पैसे किलोग्राम में बेचा गया।वहीं उपायुक्त को ज्ञापन देकर कानूनी कार्रवाई की मांग के पूर्व भी पूर्व उपायुक्त महोदय से रायडीह प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में यूकोलिप्टस वृक्षों को लेकर हेरा-फेरी करने पर रोक लगाने के लिए भी आदिवासी छात्र संघ के अशोक कुमार भगत ने ज्ञापन सौंपा गया था।
यूकोलिप्टस वृक्षों की नीलामी में राजस्व की हेरा-फेरी को लेकर उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की
Jagta jharkhand
0


एक टिप्पणी भेजें