ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाओं की गंभीर कमी और अफसरों की उदासीनता पर जताई नाराजगी




 राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय सदस्य आशा लकड़ा ने ग्रामीणों से किया सीधा संवाद

जागता झारखंड संवाददाता बजरंग कुमार महतो घाघरा( गुमला):- घाघरा थाना क्षेत्र के तुरियाडीह गांव में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि आयोग की सदस्या आशा लकड़ा की उपस्थिति में ग्रामीणों ने शिकायतों का पिटारा खोलते हुए कहा कि पानी, सड़क, मनरेगा, पेंशन और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।बिचौलिए हावी है और विभागीय अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। बिना दलाल के कोई काम नहीं हो पाता है। बिजली की अनियमित आपूर्ति, पेयजल संकट, जर्जर सड़क, मनरेगा कार्यों की सुस्ती, राशन वितरण में मनमानी, धूमकुड़िया और आंगनबाड़ी सेवाओं की लचर व्यवस्था तथा पेंशन में जैसे कार्यों में जबरजस्त धांधली है। बिना पैसा दिए कोई काम नहीं होता है। अधिकारियों के मौन के कारण दलाल हावी है। मुख्य अतिथि आशा लकड़ा ने मंच से स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अनुसूचित जनजाति समुदायों के मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो समस्याएं यहां सुलझ सकती हैं, उन्हें तुरंत सुलझाया जाए, बाकी को प्राथमिकता के आधार पर उच्चस्तर पर भेजा जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिकायतों को हल्के में लेने की पुरानी प्रवृत्ति अब नहीं चलेगी। ग्रामीणों को भी हौसला देते हुए कहा कि यदि अधिकारी सुनवाई नहीं करें, तो वे सीधे आयोग को सूचित करें। कार्यक्रम में सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, वनाधिकार और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर खुली बहस हुई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार कागज पर योजनाओं की सफलता दिखाती है, जबकि गांव की हकीकत इसके उलट है।कुछ मामलों का निपटारा मौके पर ही किया गया। इसके बाद गरीब,असहायों के बीच कंबल का वितरण किया गया।इससे पूर्व आगंतुक अतिथियों का स्वागत पारम्परिक रीति रिवाज के साथ किया गया। मौके पर जिला कल्याण पदाधिकारी, बीडीओ दिनेश कुमार, कल्याण पदाधिकारी गणेश राम, पंचायत समिति सदस्य रामवृत उरांव, आसीस सोनी, अशोक कुमार, कनीय अभियंता सतीश बंसल, उपस्थित थे।

Post a Comment

और नया पुराने