उर्दू दिवस पर झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की बैठक संपन्न


जागता झारखंड ब्यूरो चीफ गुमला : अल्लामा इकबाल को श्रद्धांजलि अर्पित, तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित , उर्दू दिवस के अवसर पर झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस अवसर पर महान शायर, दार्शनिक और चिंतक डॉक्टर अल्लामा  डॉक्टर इकबाल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा उनकी साहित्यिक और वैचारिक सेवाओं को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.

संघ के महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि अल्लामा इकबाल ने अपनी शायरी के माध्यम से पूरी उम्मत को जागरूक करने का काम किया. उन्होंने युवाओं को अपनी पहचान, आत्मविश्वास और कर्मशीलता की राह दिखाई. उनकी नज़्में आज भी इंसान को बुलंद हौसले और खुदी के सिद्धांत पर चलने की प्रेरणा देती हैं. ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले, ख़ुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है, जैसी पंक्तियां हमेशा इंसान को मेहनत, ईमान और आत्मनिर्भरता का संदेश देती हैं.बैठक में पारित तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए

1. एसए-1 परीक्षा में उर्दू विषय का प्रश्नपत्र उर्दू भाषा में देने की मांग:

आगामी 16 दिसंबर से आयोजित होने वाले एसए-1 परीक्षा में वर्ग 1 से 5 तक के छात्रों के लिए उर्दू विषय का प्रश्नपत्र उर्दू भाषा में तैयार किए जाने की मांग की गई, ताकि विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने का अवसर मिल सके. पूर्व में प्रश्न पत्र नहीं दिए गए हैं 2. अवकाश सूची पर असंतोष संघ ने इस बात पर गहरा खेद व्यक्त किया कि लिखित आश्वासन के बावजूद अब तक उर्दू विद्यालयों के लिए अलग से वार्षिक अवकाश सूची जारी नहीं की गई.संघ ने जेसीईआरटी से अपील की कि वर्ष 2026 की अवकाश तालिका में सामान्य विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों की अवकाश सूची अलग-अलग जारी की जाए, ताकि उर्दू शिक्षकों और छात्रों को स्पष्टता मिल सके.

3. आलिम व फाजिल की डिग्री को लेकर आपत्ति:

संघ ने जैक द्वारा मदरसा बोर्ड अंतर्गत आलिम एवं फाजिल की डिग्री जारी किए जाने को ग़लत करार दिया और कहा कि यह कार्य रांची विश्वविद्यालय का अधिकार है.संघ ने राज्य सरकार से विशेष कैबिनेट बुलाकर रांची विश्वविद्यालय को आलिम व फाजिल परीक्षा संचालित करने और डिग्री जारी करने की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की.बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान ने की, जबकि केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद के नेतृत्व में बैठक का संचालन हुआ.

इस अवसर पर संघ के अनेक सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से,अब्दुल गफ्फार अंसारी, गुलाम अहमद, शाहिद अनवर, साबिर अहमद, एनामुल हक़, शहज़ाद अनवर, मोहम्मद फखरुद्दीन, महफूजूर रहमान, मोहम्मद शमशेर आलम, मोहम्मद फिरोज, सरवर आलम, मुजाहिद हुसैन, मोहम्मद नसीमुद्दीन, फजल बलखी, मोहम्मद दिलदार, अयूब खान, साज़िद खान और अफज़ल मल्लिक शामिल थे.बैठक के अंत में उर्दू भाषा के उत्थान, शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा तथा विद्यार्थियों को उर्दू माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन  हुआ यह जानकारी प्रदेश प्रवक्ता शहजाद अनवर झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के द्वारा दी गई

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