जागता झारखंड दुमका ब्यूरो/दुमका/कोलकाता /धनबाद– प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोयला चोरी और अवैध कारोबार से जुड़े एक बड़े नेटवर्क पर एक साथ शिकंजा कसा। दोनों राज्यों में 20 से अधिक ठिकानों पर हुई इस समन्वित छापेमारी में करोड़ों रुपये नगद, कीमती जेवरात और कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए।ईडी सूत्रों के अनुसार, जांच में ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो कोयला कारोबार के नाम पर बड़े पैमाने पर धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े होने की आशंका जताते हैं। बरामद अभिलेखों में कई करोड़ रुपये के लेन-देन और संपत्ति निवेश से संबंधित जानकारियां सामने आई हैं।धनबाद में कारोबारी एल.बी. सिंह और कुंभनाथ सिंह के सरायढेला व कुसुम विहार स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए, जहां से भारी मात्रा में लेन-देन से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल उपकरण मिले हैं। वहीं दुमका में बड़े पत्थर कारोबारी अमर मंडल के निवास समेत कई स्थानों पर ईडी की कार्रवाई जारी रही। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि अमर मंडल का नेटवर्क कोयला और पत्थर दोनों के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है।दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भी कोयला कारोबारियों के परिसरों पर तलाशी चल रही है। छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये नकद और बड़ी मात्रा में सोना-जेवरात बरामद होने की जानकारी मिली है। नकदी की गिनती और मूल्यांकन के लिए जांच टीम ने बैंक अधिकारियों की मदद ली है।ईडी अधिकारियों का कहना है कि झारखंड और बंगाल के इन मामलों के तार आपस में जुड़े हुए लगते हैं। यह पूरा नेटवर्क एक संगठित सिंडीकेट के रूप में काम कर रहा था, जो कोयले के कारोबार की आड़ में अवैध संपत्ति जुटा रहा था। फिलहाल जांच जारी है और आने वाले दिनों में कई और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।


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