अजहर इस्लाम का जीवन समाज और इंसानियत की सेवा के लिए समर्पित रहा है।

 


जागता झारखंड संवाददाता पाकुड़ : प्रिय भाइयों, बहनों, माताओं और अभिभावकों, आज मैं आप सबके सामने किसी पद या प्रसिद्धि की लालसा लेकर नहीं, बल्कि सच्चे दिल से अपनी बात रखने आया हूँ। आप सभी जानते हैं कि अजहर इस्लाम का जीवन समाज और इंसानियत की सेवा के लिए समर्पित रहा है। आपके प्यार, आपके विश्वास और आपकी दुआओँ ने मुझे जनता का प्रतिनिधित्व करने का साहस दिया और मैं पाकुड़ विधानसभा से एन.डी.ए. के प्रत्याशी के रूप में आपके बीच पहुँचा।चुनाव में मेरे सामने कांग्रेस की प्रत्याशी निशात आलम थीं। निशत आलम का पति आलमगीर आलम का ई.डी. की गिरफ्तारी के बाद मिली सहानुभूति ने उन्हें विजय जरूर दिलाई लेकिन मैं गर्व से कहता हूँ कि पहली बार चुनाव लड़ने के बावजूद जिस अपार जनसमर्थन, सम्मान और स्नेह से आपने मुझे नवाज़ा,वह किसी जीत से कम नहीं। जब देश के शीर्ष नेता अमित शाह जी, सुदेश कुमार महतो जी, शिवराज सिंह चौहान जी, रघुवर दास जी, सतीश चंद्र दुबे जी मेरे समर्थन में साथ आए, तब कुछ लोगों की राजनीति को यह रास नहीं आया और तभी मेरे विरुद्ध षड्यंत्र, झूठे आरोप और बाधाएँ खड़ी करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया। मेरा खनन क्षेत्र बेलपहाड़ी जहाँ मैंने नौ साल आठ महीने केवल विकास, भाईचारे और सेवा के नाम पर काम किया उसी क्षेत्र को मेरे खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश की गई। छोटी बातों को बढ़ाकर मुझे बदनाम करने की योजना बनाई गई,जबकि सच यह है कि बेलपहाड़ी मेरा परिवार है और मैं उनका अपना हूँ।कोरोना के कठिन समय से लेकर आज तक मैं हर दुख, हर बीमारी, हर संकट में उनके साथ खड़ा रहा। मैंने गांव में पानी की समस्या दूर करने के लिए बोरिंग, हैंडपंप और घर-घर नल की व्यवस्था करवाई। मैंने उनके हर त्योहार, हर खुशी और हर दुख में परिवार की तरह शामिल होकर रिश्ते निभाए। मैंने मंदिर निर्माण में सहयोग देकर यह संदेश दिया कि धर्म नहीं, इंसानियत पहले है।

मैंने कभी मालिक-मज़दूर का भेद नहीं किया क्योंकि मेरे लिए हर इंसान सम्मान के काबिल है। आज जब मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिशें की जा रही हैं, तब मेरा दिल केवल इस बात से दुखी है कि जिस काम में मैंने अपना दिल लगाया, उसी को तोड़ने की कोशिश की जा रही है लेकिन सच हमेशा सच रहता है और बेलपहाड़ी के सम्मानित ग्रामवासी इस बात के गवाह हैं कि अजहर इस्लाम ने उनके लिए क्या किया और किस नीयत से किया। मैं राजनीति में कमीशन लेने नहीं, कमीशन रोकने और भ्रष्टाचार खत्म करने आया हूँ। मैं आया हूँ शोषितों की आवाज़ बनने, गरीबों को उनका हक दिलाने और समाज में सम्मान और न्याय स्थापित करने। मेरा सफर सत्ता का नहीं, सेवा का है।

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