शलिफ्ट इरिगेशन ने बदली किसान राधिका देवी की तकदीर, अब तीनों मौसम में लहलहा रही फसलें

 


जागता झारखंड दुमका ब्यूरो। झारखण्ड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग और जेएसएलपीएस (JSLPS) द्वारा संचालित 'राज्य संपोषित समुदाय प्रबंधक सूक्ष्म सिंचाई योजना' (CMMIS) ने जामा प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि की तस्वीर बदल दी है। इस योजना की सफलता जामा प्रखंड के पलासी पंचायत के मुरलीचक गाँव में देखने को मिल रही है, जहाँ लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट लगने से महिला किसान राधिका देवी और उनका परिवार अब आत्मनिर्भरता की नई कहानी लिख रहा है।


चमेली आजीविका महिला ग्राम संगठन से जुड़ीं राधिका देवी पहले खेती के लिए पूरी तरह मानसूनी बारिश पर निर्भर थीं। वे बताती हैं कि पहले डीजल पंप और मोटर से सिंचाई करने में काफी खर्च आता था, जिससे खेती की लागत बढ़ जाती थी और मुनाफा नाममात्र का होता था। कई बार फसल खराब होने या परिवार में बीमारी आने पर उनकी आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय हो जाती थी। लेकिन लिफ्ट इरिगेशन (सोलर सिंचाई) की सुविधा मिलने के बाद से उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है। अब उन्हें सिंचाई के लिए डीजल का महंगा खर्च नहीं उठाना पड़ता और सिंचाई शुल्क लगभग नगण्य हो गया है।


इस योजना के कारण राधिका देवी अब अपनी 2 एकड़ जमीन पर साल भर खेती कर रही हैं। जहाँ पहले वे साल में एक फसल मुश्किल से ले पाती थीं, वहीं अब वे खरीफ, रबी और जायद तीनों मौसमों में फसल उगा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उन्होंने धान, मक्का, गेहूँ, सरसों, आलू और हरी सब्जियों की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित की है। खरीफ में लगभग 47 हजार, रबी में 53 हजार और जायद में सब्जी बेचकर 18 हजार रुपये तक की आय हुई है। आय में हुई इस बढ़ोतरी से उत्साहित होकर अब वे अपने परिवार के लिए एक पक्का मकान बनवाने की योजना बना रही हैं।गौरतलब है कि जामा प्रखंड में जेएसएलपीएस के तहत 116 लिफ्ट इरिगेशन साइट्स का काम पूरा हो चुका है, जिससे क्षेत्र के 2135 किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस परियोजना से प्रखंड की लगभग 1840 एकड़ भूमि सिंचित हो रही है, जिससे किसानों का पलायन रुका है और वे अपने गाँव में ही रहकर सम्मानजनक जीवन यापन कर रहे हैं।


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