सलगी में पुलिया निर्माण में घोर अनियमितता,अभियंता ने मुस्कुराते हुए कहा - मिस्त्री से गलतियां हो जाती है



जागता झारखंड संवाददाता घाघरा : घाघरा प्रखंड के सलगी गाँव में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बनाए जा रहे पुलिया और गार्डवाल निर्माण में ग्रामीणों ने इसकी गुणवत्ता को लेकर निर्माण एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय इंजीनियर की मौजूदगी में मानकों की अनदेखी कर कार्य कराया जा रहा है। साइज  पत्थर की जगह अन्साइज बोल्डर से जोड़ाई की जा रही है। साथ ही इसके गैप के बीच में मसाला नहीं दिया जा रहा है केवल बाहर से मसाला देकर गलती को छुपाने की कोशिश की जा रही है।इस तरह का निर्माण पुल और गार्डवाल की मजबूती पर सवाल खड़ा कर रहा हैं। पुलिया की संरचना को टर्निंग आकार में बना दिया गया है । पुलिया की ढलाई के लिए बिछाई गई सरिया भी मानक के विपरीत पाई गई है । मानक के अनुसार सरिया की दूरी 180 मिनी होनी चाहिए पर कई स्थानों पर यह 210 से 240 मिली मीटर तक मापी गई है । ग्रामीणों ने पुलिया को सीधी रेखा में बनाए जाने की मांग  की है। ग्रामीणों का कहना है कि एक समय में सलगी का यह इलाका अति उग्रवाद प्रभावित था।वर्षों से यहां विकास का कोई काम नहीं हुआ है।विकास के नाम पर आज भी यह अति पिछड़ा है। ऐसे में यहां बन रहे पुल ,गार्डवाल एवम सड़क निर्माण से ग्रामीण काफी खुश है। लेकिन जिस तरह से यहां काम हो रहा है उसको लेकर इनके मन में संशय की स्थिति है। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय के बाद हमारे गांव में विकास योजनाएं धरातल पर उतरी है। हम इसकी गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं कर सकते है।

इस संबंध में जब कनीय अभियंता कार्तिक कुमार से बात की गई तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि “मिस्त्री से गलतियां हो जाती हैं।”

Post a Comment

और नया पुराने