ग्रामीणों ने रोका पीसीसी सड़क निर्माण कार्य, गुणवत्ता पर सवाल उठाकर 'कालीकरण रोड' की मांग।


जागता झारखंड संवाददाता शकील अहमद : भंडरा/लोहरदगा। जिले के भंडरा प्रखंड अंतर्गत बड़गाईं गांव में चल रहे पीसीसी (प्लेन सीमेंट कंक्रीट) सड़क निर्माण कार्य को शुक्रवार को ग्रामीणों ने भारी विरोध के बाद रोक दिया है। ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाते हुए इस सड़क को पीसीसी के बजाय कालीकरण (डामर/ब्लैकटॉप) रोड बनाने की मांग की है, और अपनी मांग पर वे पूरी तरह अड़े हुए हैं इंजीनियर पर अनियमितता का आरोप लगाते हुवे विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि भंडरा प्रखंड क्षेत्र में इंजीनियर जितेंद्र पंडित की देखरेख में जितने भी सड़क निर्माण कार्य हुए हैं, उनमें भारी अनियमितता बरती गई है। यही कारण है कि ग्रामीण मौजूदा पीसीसी निर्माण के पक्ष में नहीं हैं और रोड को अधिक टिकाऊ और मानक गुणवत्ता वाली कालीकरण रोड में बदलने की मांग कर रहे हैं।

इंजिनियर जितेंद्र पंडित ने ये कहा।

इस मामले में जब इंजीनियर जितेंद्र पंडित से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह सड़क निर्माण कार्य पीसीसी सड़क के रूप में पहले ही पास हो चुका है, और इसलिए इसे मौके पर कालीकरण में बदलना संभव नहीं है। हालांकि, उन्होंने ग्रामीणों की मांग के संबंध में कहा कि वे कालीकरण के विषय पर उच्च अधिकारियों से बात करेंगे और मामले को स्पष्ट कराएंगे। मौके पर मौजूद ग्रामीण निर्माण कार्य रोके जाने के मौके पर ग्राम प्रधान, मुखिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। विरोध कर रहे ग्रामीणों में शामिल उस्मान अंसारी, इस्राफील अंसारी, उमेश राम उस्ताद, नेसार अंसारी, हजरत अंसारी, सुरेश उरांव, राजू ठाकुर, अवध कुमार राणा, मोहन राणा, राजा राणा, दानिश अंसारी, सुरेश उरांव, अफसर अंसारी, इजराइल अंसारी, किशुन उरांव, रीगा उरांव, देवनाथ उरांव, राजन राणा, आकाश राणा, रंजन राणा, सुनील राणा, आरिफ अंसारी, बादल कुमार राणा, रितेश ठाकुर, रोहित उरांव, नितेश ठाकुर, बबलू उरांव, अनिल उरांव, निकाइल अंसारी, मुन्ना उरांव आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

इंजीनियर का देख रेख वाली सड़कों की जांच की मांग। 

मौजूदग्रामीणों ने यह भी बताया कि इंजीनियर जितेंद्र पंडित के द्वारा पूर्व में कराए गए सभी सड़क निर्माण कार्यों की जांच पड़ताल की जाए, तो एक भी सड़क निर्माण कार्य मानक के अनुरूप और सही नहीं मिलेगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनियमितता की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आगे क्या होगा, अब देखना यह है कि इंजीनियर जितेंद्र पंडित उच्च अधिकारियों से बातचीत के बाद ग्रामीणों की कालीकरण रोड की मांग को पूरा करवा पाते हैं या फिर यह निर्माण कार्य अधर में लटका रहता है। ग्रामीणों का यह विरोध प्रखंड में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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