जागता झारखंड संवाददाता : साहिबगंज। सोमवार को निष्ठा, नेम व आस्था का महापर्व छठ पूजा पर छठ व्रतियों ने घाटों,तालाबों ,पोखर एवं अपने अपने घरों के छत पर जल कुंड निर्माण कर अस्ताचल भगवान भास्कर को श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया। वही मुक्तेश्वर छठ घाट जनता छठ घाट बिजली छठ घाट सूर्य देव छठ घाट में श्रद्धालुओं की भीड़ डूबते सूरज को अर्घ्य दिया । छठ पूजा पर्व में तीसरा दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।वही मुख्यालय के अन्य छठ व्रतियों ने नदी, तालाब या पोखर के जल में खड़े होकर अस्त होते सूर्य देव और छठी माता को जल चढ़ाई। वही बांस के सूप में ठेकुआ, मौसमी फल ,गन्ना और अन्य प्रसाद सूर्य को अर्पित की । छठ पूजा व्रत में छठवर्तियों करीब 36 घंटे निर्जल रहकर व्रत की। षष्ठी तिथि पर प्रसाद में ठेकुआ बनाई ।शाम को सूर्य पूजा करने के बाद भी रात में व्रत करने वाला निर्जल रही। छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस पदाधिकारी सहित दंडाधिकारी तैनात किए गए थे ताकि किसी भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का समस्या या परेशानी ना हो।चौथे दिन यानी सप्तमी तिथि (28 अक्टूबर) की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रत सम्पन्न होगी।
नेम निष्ठा एवं आस्था का महापर्व पर श्रद्धालु ने अस्ताचल भास्कर को दिया अर्घ्य
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