जागता झारखंड संवाददाता शकील अहमद।भंडरा/लोहरदगा
:प्रखंड छेत्र में दो दिन से थम-थम के बरस रही चक्रवाती तूफान ने खासकर धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। झारखंड के कई अन्य जिलों में तेज बारिश और आंधी के कारण खेतों में खड़ी फसलें बिछ गई हैं और मंडियों में पड़ा अनाज भीग गया है, जिससे उसकी गुणवत्ता और पैदावार प्रभावित हुई है। किसान नासिर अंसारी, समसुद्दीन मीरदाहा, फगुआ उरांव, रमेश लोहारा आदि का कहना है कि उन्होंने अपनी धान की फसल को सींचने में काफी मेहनत और पूंजी लगाई है, लेकिन अब जब फसल तैयार होने वाली है, तो लगातार बारिश से उसे भारी नुकसान हो रहा है। उन्हें डर है कि अगर बारिश दो दिनों तक जारी रहती है, तो खेतों से पानी नहीं निकल पाएगा और डूबी हुई फसल सड़ जाएगी सरकार से अधिकतम मदद की उम्मीद कर रहे किसान। जबकि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद लोग आने वाले समय में अधिक सतर्क रहने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या कहते हैं कृषि विभाग के अधिकारी।
कृषि विभाग का कहना है कि अभी ज्यादातर जगह धान की फसल तैयार नहीं हुई है, हवाओं से कुछ जगहों पर फसल गिरने की सूचना है। इस संबंध में सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी जाएगी, जीन-जीन प्रखंड में किसानों के फसलें नष्ट हुवे है।


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