संप्रेक्षण गृह गुमला में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

 


जागता झारखंड संवाददाता गुमला : गुरुवार को संप्रेक्षण गृह, गुमला में जिला मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र, गुमला द्वारा नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संप्रेक्षण गृह गुमला में आवासित तीन जिलों — गुमला, लोहरदगा एवं सिमडेगा के किशोरों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें स्वस्थ जीवन की दिशा में प्रेरित करना था । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मनोचिकित्सक डॉ. शारीब अहमद ने उपस्थित किशोरों को संबोधित करते हुए विस्तृत रूप से बताया कि ब्राउन शुगर, गांजा, मादक पेय पदार्थ, कोरेक्स तथा अन्य नशीले ड्रग्स शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं । उन्होंने कहा कि किशोर अवस्था में ही नशे के प्रति अधिक संवेदनशील रहते हैं, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होता है । डॉ. अहमद ने सभी बच्चों से आग्रह किया कि वे कभी भी किसी प्रकार के नशे का सेवन न करें और न ही अपने परिवार या मित्रों को इसमें शामिल होने दें। उन्होंने बच्चों को अनुशासित जीवन, नैतिक मूल्यों का पालन एवं नियमित दिनचर्या अपनाने के लिए प्रेरित किया ताकि वे एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में समाज के निर्माण में योगदान दे सकें । मनोसामाजिक कार्यकर्ता निल कुसुम लकड़ा बच्चों से आग्रह किया के ओ आपने परिवार वालों का दुख दर्द समझे और अपने गलती को सुधारने का प्रयास करे । मनोचिकित्सक नर्स नमिता कुमारी ने बच्चों को पुनः पढ़ाई पर संप्रेक्षण गृह पर समय का सही उपयोग करें । इस अवसर पर अधीक्षक अविनाश कुमार गिरि ने बच्चों नैतिक मूल्यों पर जोर देकर पुनः बेहतर इंसान बनने का पाठ पढ़ाया । शिक्षिका सोनी प्रतिभा टोप्पो एवं पारा कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी कर्मियों ने किशोरों को नशामुक्त जीवन जीने का संदेश दिया और आशा व्यक्त की कि वे यहां से निकलकर मुख्यधारा से जुड़ेंगे तथा सकारात्मक जीवन मूल्यों को अपनाएंगे।

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