केके सोन, अपर सचिव एवं मिशन डायरेक्टर, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, भारत सरकार ने की बैठक, दिए आवश्यक निर्देश

जागता झारखंड ब्यूरो चीफ मीर उबैद उल्लाह लोहरदगा


: कमल किशोर सोन, अपर सचिव एवं मिशन डायरेक्टर, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, भारत सरकार की अध्यक्षता में आज जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, आकांक्षी जिला कार्यक्रम एवं आकांक्षी प्रखण्ड कार्यक्रम की समीक्षा की गई।

बैठक में श्री सोन ने कहा कि जल जीवन मिशन की योजना केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। कोई भी परिवार स्वच्छ पानी की उपलब्धता से वंचित ना रहे। प्रत्येक परिवार को साफ पानी पीने का अधिकार है। आंगनावाड़ी केंद्रों और विद्यालयों को भी इस योजना से आच्छादित किया जा रहा है। पीवीटीजी परिवारों को भी साफ पीने का पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी हम सभी की है। जल जीवन मिशन अंतर्गत पाईपलाइन में जरिये पीने के पानी को परिवार तक पहंुचाया जाना है। अगर कोई पीवीटीजी परिवार पीने के साफ पानी से वंचित है तो योजना उन तक पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बना कर दें। 

केंद्र सरकार जल स्त्रोत की पहचान व उसके सुदृढ़िकरण पर कार्य कर रही है। इसके अंतर्गत अगले 20-25 वर्षों के लिए कार्ययोजना तैयार किया जाना है जिसमें भूगर्भ जल, चुआं, नदी इत्यादि का सुदृढ़िकरण किया जाना है ताकि लोगों को उस जलस्त्रोत से अगले 20-25 वर्ष पीने का साफ पानी प्राप्त हो सके। मनरेगा अंतर्गत भी जल से संबंधित योजनाओं पर ही अधिकतर कार्य किये जाने हैं जिसके लिए कार्ययोजना तैयार करने की आवश्यकता है।


जिला के मेधावी बच्चों को दें तैयारी की व्यवस्था

श्री सोन ने कहा कि जिला के मेधावी बच्चे जो मेडिकल, इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या परीक्षा का एक चरण उन्होंने पूरा कर लिया है, वैसे छात्र-छात्राओं को फाइनल सेलेक्शन के लिए तैयारी की व्यवस्था दें। सरकार के आकांक्षा-40 कार्यक्रम से जुड़े शिक्षकों का एक पैनल बना कर उनका समय-समय पर लोहरदगा जिला में विशेष कक्षाएं आयोजित कराएं या वर्चुअल माध्यम से छात्र-छात्राओं के लिए पाठ्यक्रम पूरा करने की व्यवस्था दी जाए।

छूटे हुए पथ अनुशंसा कराएं


विद्यालय कनेक्टिविटी अंतर्गत जिन विद्यालयों के लिए पहुंच पथ नहीं है, उसके लिए अनुशंसा कर सूची भेजें। साथ ही उन पथों से अस्पताल और आंगनवाड़ी केंद्रों को भी आच्छादित किया जाए। एक बार पुनः सत्यापित कर लें कि कितने विद्यालयों में पहुंच पथ नहीं हैं।

दूषित जल से होनेवाले बीमारियों की पहचान करें


बारिश के बाद या दूषित जल से जिला में कितनी तरह की बीमारियां लोगों को हो रही हैं इसकी पहचान करें। प्रखण्ड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और पेजयल के अभियंता प्रखण्ड स्तर पर प्रत्येक 15 दिनों पर बैठक करें और इसकी समीक्षा करें। पानी की जांच का डेमोस्ट्रेशन लोगों के बीच किया जाए। आंगनवाड़ी केंद्रों में गर्भवती और धात्री महिलाओं के साथ-साथ विद्यालयों में छात्रों के बीच भी पानी की जांच का डेमोस्ट्रेशन किया जाए ताकि वे जागरूक हो सकें। 

विशेष अभियान चलाकर बनवाएं आयुष्मान कार्ड


जिला में आयुष्मान कार्ड से आच्छादित योग्य लाभुकों की संख्या काफी कम है जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है। विशेष अभियान चलाकर छूटे हुए लाभुकों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने के लिए गांवों में शिविर लगवा कर आच्छादित करायें। साथ ही, कार्ड का इस्तेमाल कैसे किया जाना है, इसकी भी जानकारी दें। इसके अतिरिक्त अस्पतालों की भी जांच करें कि आयुष्मान कार्ड का गलत इस्तेमाल ना किया जा रहा हो। लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ तरीके से मिले।

प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड का लाभ दिलाएं


जिला से बड़ी संख्या में मजदूर पलायन करते हैं। इसमें श्रम अधीक्षक मजदूरों को चिन्हित कर उनका निबंधन करायें। उन्हें राशन कार्ड से आच्छादित करें ताकि उनके लिए खाद्यान्न आवंटित किया जा सके। उन्हें वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत लाभान्वित किया जा सके।

युवाओं को जल्द दिया जाएगा प्रशिक्षण

मिशन डायरेक्टर, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन ने बताया कि जिला के युवाओं को ग्रामीण स्वराज संस्थान (आरसेटी) के द्वारा मशीन ऑपरेटिंग के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ये प्रशिक्षित युवा जल जीवन मिशन के कार्यों को ग्रामीण क्षेत्र में सुचारू रूप से लागू करने और योजना का मेंटेनेंस कार्य करेंगे।


अपर सचिव एवं मिशन डायरेक्टर, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, भारत सरकार द्वारा आज की बैठक में आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी प्रखण्ड कार्यक्रम अंतर्गत निर्धारित इंडीकेटर्स यथा स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि व संबद्ध विभाग, आधारभूत संरचनाएं, वित्तीय समावेषण और कौशल विकास की बिंदुवार समीक्षा की गई व निदेश दिये गये।

बैठक में उपायुक्त डॉ ताराचंद द्वारा जिला में पीवीटीजी परिवारों के लिए पेयजल की योजनाएं, छूटे हुए परिवारों को आयुष्मान कार्ड से आच्छादन, अवार्ड मनी से किये जान रहे कार्यों आदि की विस्तृत जानकारी दी गई।

बैठक में उपायुक्त द्वारा अपर सचिव एवं मिशन डायरेक्टर, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, भारत सरकार को शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिवादन किया गया।

 बैठक में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, वन प्रमण्डल पदाधिकारी अभिषेक कुमार, अपर समाहर्ता जितेंद्र मुण्डा, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, अनुमण्डल पदाधिकारी अमित कुमार समेत सभी जिला स्तरीय तकनीकी व गैर-तकनीकी पदाधिकारीगण, आकांक्षी प्रखण्ड के पदाधिकारीगण आदि उपस्थित थे।



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