सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य — उपायुक्त डॉ. ताराचंद
जागता झारखंड ब्यूरो चीफ मीर उबैद उल्लाह लोहरदगा
:उपायुक्त डॉ. ताराचंद की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य विभाग की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अपने क्षेत्र में अवैध रूप से चिकित्सीय कार्य करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की पहचान कर उनके विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आई.पी.डी. सेवाओं के माध्यम से मरीजों का समुचित इलाज कर राजस्व बढ़ाने के उपाय अपनाए जाएं। साथ ही बीमार लोगों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ सुनिश्चित किया जाए और नियमित स्वास्थ्य शिविर लगाकर जनता को जागरूक किया जाए। आयरन फोलिक एसिड की गोलियों व सिरप का समय पर वितरण करने पर भी बल दिया गया।
प्रत्येक माह बैठक करने का निर्देश
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि प्रखण्ड स्तर पर प्रत्येक माह स्वास्थ्य समिति की बैठक हो, जिसमें संबंधित विभागों और जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाए ताकि जनता तक स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और जागरूकता बढ़ सके।उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बेहतर बनाने, चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और रोस्टर प्रणाली को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया ताकि मरीजों को असुविधा का सामना न करना पड़े।साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि प्रत्येक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उन पंचायतों की पहचान करें जहां शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर, कुपोषण या एनीमिया की समस्या ज्यादा है और जहां गर्भवती महिलाओं की समय पर स्वास्थ्य जांच नहीं हो रही है।बैठक में आईटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप, जिला शिक्षा अधीक्षक अभिजीत कुमार सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



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