डायन प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों का उन्मूलन करने की जरूरत, तुरंत प्रशासन को करें सूचित

जागता झारखंड ब्यूरो चीफ मीर उबैद उल्लाह लोहरदगा


:उपायुक्त डॉ. ताराचंद की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में साप्ताहिक कार्यक्रम "पंचायत कर गोईठ" का 12वां संस्करण आयोजित हुआ। बैठक में सभी मुखियाओं को अंधविश्वास, डायन प्रथा और बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं के उन्मूलन पर जोर देते हुए मामलों की जानकारी तुरंत प्रशासन को देने को कहा गया। बाल विवाह को रोकने के लिए टास्क फोर्स को सक्रिय करने और विवाह विवरण हर माह जिला को भेजने के निर्देश दिए गए।18 अक्टूबर को सभी छठ घाटों में सफाई अभियान चलाने का आह्वान किया गया। 16-17 अक्टूबर को समाहरणालय मैदान में निःशुल्क दीपावली मेला लगाने की घोषणा हुई, जिसमें मिट्टी और उससे बने उत्पाद बेचने वाले विक्रेताओं को आमंत्रित किया गया। पलायन करने वाले श्रमिकों को स्थानीय रोजगार से जोड़ने, मनरेगा व अन्य योजनाओं में शामिल करने और श्रम विभाग के पोर्टल पर उनका निबंधन कराने पर जोर दिया गया।महिलाओं के पोषण और गर्भवती के स्वास्थ्य की निगरानी, आयुष्मान कार्ड बनवाने, गंभीर बीमारी और स्वास्थ्य सहायता योजनाओं के लाभ दिलाने के निर्देश दिए गए। प्रत्येक शनिवार को अंचल कार्यालय में भूमि विवाद निवारण के लिए शिविर लगाने की जानकारी दी गई। इसके अलावा मत्स्य तालाबों का बंदोबस्ती, शिक्षा और सामाजिक न्याय समिति का गठन, आवास योजनाएं पूर्ण कराने, निरक्षर वयस्कों की पहचान कर साक्षरता अभियान चलाने और युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।बैठक में अपर समाहर्ता जितेंद्र मुण्डा, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास समेत अधिकारी और सभी पंचायत मुखिया उपस्थित रहे।

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