झारखंड संवाददाता चान्हों ,ओबैद आलम
: चान्हों प्रखंड के ग्राम बेयासी में रविवार को करमा पर्व की पूर्व संध्या पर भव्य सांस्कृतिक सम्मेलन का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों से आए 24 पाड़हा कुल्लू और 21 पाड़हा दोरंदा बेयासी के प्रतिनिधि शामिल हुए। आयोजन में कुल 8 खोड़हा ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें 21 पाड़हा चाल्हो, 21 पाड़हा बेयासी, 21 पाड़हा कंजगी, 24 पाड़हा मदई, 24 पाड़हा सिसई अंबा टोली, 24 पाड़हा गोके और 24 पाड़हा कुल्लू समिति की टीमें मुख्य रूप से शामिल थीं।
समारोह में भाग लेने वाले प्रत्येक अखाड़े को 24 पाड़हा कुल्लू समिति की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप 3000 रुपये प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम की प्रमुखता में पाड़हा कुल्लू राजा सुनील मुंडा के साथ गहनू उरांव, सोमा पुजार, महजीद पुजार, श्याम पहान, पंचायत समिति सदस्य ऐते उरांव, सनी उरांव, राकेश उरांव, विश्वनाथ, संजीत, सुनील उरांव एवं ललित उरांव उपस्थित रहे।
आयोजन के दौरान पारंपरिक ढोल-नगाड़ों और नृत्य गीतों की गूंज ने वातावरण को उल्लासमय बना दिया। करमा पर्व झारखंड के आदिवासी समाज का प्रमुख त्यौहार है, जिसे भाई-बहन के रिश्ते, प्रकृति और सामाजिक एकता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से नृत्य कर एकजुटता और परंपरा के संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित नेताओं और पंचायत प्रतिनिधियों ने युवाओं से अपनी संस्कृति एवं परंपरा को संजोकर रखने का आह्वान किया। पूरे आयोजन ने न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाया, बल्कि सामाजिक एकजुटता का भी परिचय दिया।
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