जागता झारखंड संवाददाता सनाउल्लाह अंसारी लोहरदगा :
सुहेल अंसारी की पत्नी शहेरा खातून की तबियत अचानक बिगड़ गई और उन्हें तत्काल ख़ून की जरूरत पड़ी। परिवार और आसपास के लोग तनाव में थे, क्योंकि ब्लडग्रुप जल्दी नहीं मिल पाया। ऐसे समय में, इम्तियाज अंसारी ने मानवता का उदाहरण देते हुए तुरंत अपना ब्लड देकर शहेरा खातून की जान बचाई। इम्तियाज अंसारी को इस सहयोग से हर तरफ सराहना हो रही है और और लोग उनकी इस मदद की चर्चा कर रहे हैं। डॉक्टरों ने बयान दिया कि चंद समय में मिल गया खून उनके लिए जीवनरक्षक साबित हुआ। समाज ने इम्तियाज अंसारी के जज्बे को सलाम किया और दूसरों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इस घटना ने सभी को एकजुट होकर मानवता और मदद के महत्व का संदेश दिया।
एक टिप्पणी भेजें