जागता झारखंड संवाददाता नेमतुल्ला हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय (विभावि) के स्नातकोत्तर भूगर्भ विज्ञान विभाग के सत्र 2023-25 के विद्यार्थियों ने 27 अगस्त को सरिया और बगोदर क्षेत्र में फील्ड वर्क का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष सह विभागाध्यक्ष डॉ. एच.एन. सिन्हा के दिशा-निर्देशन में किया गया।फील्ड वर्क के दौरान विभागीय शिक्षक भैया अनुपम, माइंस एंड जियोलॉजी विभाग से कुणाल कौशल एवं विवेकानंद झा भी मौजूद रहे। इन विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को क्षेत्र विशेष की भूगर्भीय विशेषताओं से परिचित कराया। इस दौरान छात्रों ने स्पॉट अवलोकन के आधार पर छोटानागपुर ग्रेनाइट, एंफीबोलाइट जैसे खनिजों का अध्ययन किया। साथ ही, एपिडोट, फेल्सपार, अभ्रक एवं क्वॉर्ट्ज जैसे मिनरल्स को नज़दीक से देखने का अवसर मिला। छात्रों को कालांतरित पत्थरों और टेक्टोनिक्स से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं की भी जानकारी दी गई। विभागाध्यक्ष डॉ. सिन्हा ने बताया कि यह फील्ड वर्क कुलपति प्रो. चंद्र भूषण शर्मा द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि के सहयोग से समय पर संपन्न हो सका। उन्होंने कहा कि फील्ड वर्क विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान से बाहर निकलकर व्यावहारिक समझ प्रदान करता है। उन्होंने आगे बताया कि अगले चरण का फील्ड वर्क 29 अगस्त और 1 सितंबर को घाटो (रामगढ़) और बोकारो के भू-वैज्ञानिक क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
जागता झारखंड संवाददाता नेमतुल्ला हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय (विभावि) के स्नातकोत्तर भूगर्भ विज्ञान विभाग के सत्र 2023-25 के विद्यार्थियों ने 27 अगस्त को सरिया और बगोदर क्षेत्र में फील्ड वर्क का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष सह विभागाध्यक्ष डॉ. एच.एन. सिन्हा के दिशा-निर्देशन में किया गया।फील्ड वर्क के दौरान विभागीय शिक्षक भैया अनुपम, माइंस एंड जियोलॉजी विभाग से कुणाल कौशल एवं विवेकानंद झा भी मौजूद रहे। इन विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को क्षेत्र विशेष की भूगर्भीय विशेषताओं से परिचित कराया। इस दौरान छात्रों ने स्पॉट अवलोकन के आधार पर छोटानागपुर ग्रेनाइट, एंफीबोलाइट जैसे खनिजों का अध्ययन किया। साथ ही, एपिडोट, फेल्सपार, अभ्रक एवं क्वॉर्ट्ज जैसे मिनरल्स को नज़दीक से देखने का अवसर मिला। छात्रों को कालांतरित पत्थरों और टेक्टोनिक्स से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं की भी जानकारी दी गई। विभागाध्यक्ष डॉ. सिन्हा ने बताया कि यह फील्ड वर्क कुलपति प्रो. चंद्र भूषण शर्मा द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि के सहयोग से समय पर संपन्न हो सका। उन्होंने कहा कि फील्ड वर्क विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान से बाहर निकलकर व्यावहारिक समझ प्रदान करता है। उन्होंने आगे बताया कि अगले चरण का फील्ड वर्क 29 अगस्त और 1 सितंबर को घाटो (रामगढ़) और बोकारो के भू-वैज्ञानिक क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
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