जागता झारखंड संवाददाता सनाउल्लाह अंसारी लोहरदगा
:लोहरदगा के हेंसल चौक इलाके में बॉक्साइट डंपिंग यार्ड बनने के बाद से सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है। ट्रकों के लगातार आवागमन से सड़क पर मोटी लाल धूल और मिट्टी की परत जम गई है, जिससे राहगीरों, स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को गंभीर परेशानी उठानी पड़ रही है। धूल भरी हवा के कारण लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में कठिनाई और एलर्जी जैसी समस्याएं हो रही हैं। अस्थमा मरीजों के लिए यह स्थिति विशेष रूप से खतरनाक साबित हो रही है। सड़क से गुजरने वाले भारी वाहनों के कंपन और सतत धूल प्रदूषण से आसपास के घरों व दुकानों में गंदगी भर रही है और खाने-पीने की वस्तुएं भी असुरक्षित हो रही हैं।पर्यावरण पर भी इसका गहरा असर दिख रहा है। सड़क किनारे लगे पेड़-पौधे लाल धूल में ढंके रहने से धीरे-धीरे मुरझा रहे हैं। हरियाली कम होने से न सिर्फ पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है बल्कि इलाके की सुंदरता भी खराब हो रही है। लगातार उड़ती धूल एक ओर जहां आम जिंदगी को दूभर बना रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय व्यवसायियों को भी भारी नुकसान हो रहा है, क्योंकि ग्राहक ऐसे अस्वच्छ माहौल में खरीदारी करने से बच रहे हैं। यह स्थिति प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग करती है। समय रहते अगर सड़क की नियमित सफाई व ट्रकों पर नियंत्रण की उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो जनस्वास्थ्य और पर्यावरण संकट और गहराता जाएगा।
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