जागता झारखंड ब्यूरो चीफ मीर उबैद उल्लाह लोहरदगा
: सीएम उत्कृष्ट जिला कस्तूरबा बालिका उच्च विद्यालय में शनिवार को शिक्षक-अभिभावक दिवस के आयोजन किया गया।कार्यक्रम में उपायुक्त डॉ ताराचंद ने कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर है और छात्र-छात्राएं देश के भविष्य होते हैं। एक शिक्षक को अपने विद्यालय में एयर माता-पिता, अभिभावकों को अपने घर मे पढ़ाई का माहौल तैयार करना चाहिए। कोई भी माता-पिता अपने बच्चों के परीक्षा परिणाम की तुलना अन्य बच्चों से ना करे और ना ही रिजल्ट को लेकर अनावश्यक दबाव बनाए। 10वीं बोर्ड की परीक्षा के बाद भी बच्चे मेहनत कर अपनी पढ़ाई बेहतर कर अपना करियर बना रहे हैं।कोई भी अभिभावक समाज के दूसरे बच्चों से तुलना कर अपने बच्चे को हतोत्साहित ना करें बल्कि उसे थोड़ी आजादी दें। ताकि आपका बच्चा अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके । एक बच्चे के लिए पहला गुरु उसके माता-पिता ही होते हैं। पहले के समय मे आज सरकारी विद्यालयों में सुविधाएं बढ़ी हैं। बच्चे बेहतर कर रहे हैं।
उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक महीने शिक्षक-अभिभावक बैठक हो। इससे बच्चों में किसी प्रकार की कमी का पता चल सकेगा और उस कमी को दूर किया जा सकेगा।
कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त ने इस आयोजन के लिए सभी शिक्षकों और अभिभावकों की सराहना की।कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर, शिक्षक गण, अभिभावकगण व छात्राएं उपस्थित थे।

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