चीरी आज़ाद बस्ती में दो दिवसीय खेल नुमाइश सह मेला कार्यक्रम का भव्य समापन


जागता झारखण्ड संवाददाता नवाज खान कुडू
: लोहरदगा जिले के कुड़ू प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चीरी आज़ाद बस्ती में चेहल्लुम कमेटी के मुख्य संरक्षक एवं उपप्रमुख ऐनुल अंसारी के नेतृत्व में दो दिवसीय खेल नुमाइश सह इनामी अस्त्र-शस्त्र प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का समापन ऐतिहासिक अंदाज में हुआ, जिसमें जिले समेत आसपास के क्षेत्रों से हजारों लोग शामिल होकर गंगा-जमुनी तहज़ीब और सामुदायिक सौहार्द का संदेश दिया।


समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, युवा नेता व समाजसेवी रोहित उरांव, विधायक प्रतिनिधि सह चेहल्लुम मेला संयोजक निशीथ जायसवाल, तथा अंजुमन इस्लामिया लोहरदगा के अध्यक्ष हाजी अब्दुल जब्बार मौजूद रहे। इस अवसर पर धीरज प्रसाद साहू ने कर्बला की शहादत का उल्लेख करते हुए कहा कि इमाम हुसैन ने अन्याय के खिलाफ सत्य की आवाज बुलंद की थी, वही प्रेरणा हमें भी देती है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से गंगा-जमुनी तहज़ीब को मजबूती मिलती है और समाज की एकता बनी रहती है।


युवा नेता रोहित उरांव ने कहा कि मजहब से बैर रखना संकीर्ण सोच का परिचय है। चीरी में आयोजित इस मेले ने साबित कर दिया कि सभी धर्म और जाति के लोग सद्भावना के साथ एकजुट होकर रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि कर्बला की सीख है अन्याय के खिलाफ डटकर संघर्ष करना। वहीं निशीथ जायसवाल ने आयोजन की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेला सदियों तक यादगार रहेगा और आगामी पीढ़ियों को प्रेरणा देगा। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक ऐनुल अंसारी ने सभी सहयोगियों का आभार जताते हुए आश्वासन दिया कि आने वाले वर्षों में और भी बड़े स्तर पर आयोजन होगा।


मेले में लोहरदगा, रांची, गुमला और लातेहार से कुल 25 अखाड़ों ने भाग लिया। इनमें से पांच को प्रथम पुरस्कार मिला—हरिन कुंबा टोली मांडर, रहमत नगर उदरंगी, जुल्फेकार टीम ऊपर हिसरी, हुसैनी अखाड़ा अरकोसा व ब्लैक कमांडो सेरेंगहातु। इसी तरह अन्य टीमों को क्रमवार द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पांचवां पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।


इस मौके पर जिला परिषद, अंचल अधिकारी संतोष उरांव, प्रशिक्षक अनामिका सरकार, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष तनवीर गौहर, विशाल डुंगडुग, संदीप मिश्रा, अनुप्रिया सोय समेत कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। हजारों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने एकता, भाईचारे और सद्भाव का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।


संक्षेप में, कुड़ू प्रखंड की चीरी आज़ाद बस्ती में आयोजित दो दिवसीय खेल नुमाइश सह मेला केवल एक प्रतियोगिता नहीं बल्कि सामाजिक सौहार्द, भाईचारे और गंगा-जमुनी तहज़ीब का जीवंत प्रमाण बना। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि धार्मिक और सामाजिक विविधताओं के बावजूद भारत की असली ताकत उसकी एकता में ही निहित है।



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